Saturday, May 30, 2020

Time pass

जीवन की इस ऊहापोह में,
भागते भागते जब थक जाता हूं,
तो अक्सर सोचता हूं ,
क्या अर्थ है, क्या व्यर्थ है
वही दौड़ भाग, वही संघर्ष है,

यादों की कैद में, दुख के कारण हजार
अपनों का बिछड़ना, दुश्मनी और प्यार,
किससे मिलूं, क्या बातें करूं,
वही पुरानी ढपली, एक जैसा राग

तब बैठ कर करता हूं अपने आप से बातें,
ख्वाइशों के बवंडर, निशाचारी रातें,
व्यर्थ है रोना, निश्चित है खोना,
सजा के रखो कुछ हसीन यादें,

ये यादें ही तो जीने का जज्बा सिखाती हैं,
यही वो पल है जिंदगी को हसीं बनाती है
ये दौड़ भाग, ये संघर्ष, ये भी जीवन का हिस्सा है,
अपनों का बिछड़ना , यही जीवन का किस्सा है।

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