जिंदगी के रंगमंच में
कुछ ऐसे भी किरदार होते है
जो ना हॅसते हैं और ना रोते हैं
दुःख के सागर को अपने अंदर समेट कर ढोते हैं
जिंदगी के रंगमंच में
कुछ ऐसे भी किरदार होते है
कुछ अपने लिए होते हैं
कुछ अपनों के लिए होते हैं
पर कुछ खुद की परवाह ना करते हुए
केवल औरों के लिए बोते हैं
येही वो लोग हैं
जो जीवन को रंगों से संजोते हैं
जिंदगी को झेलने वालों के लिए
यहाँ बस गोते ही गोते हैं
जीवन की इस श्रंखला में
अधिकतर लोग सिर्फ सोते हैं
बहुत काम ही हैं जो वाकई में जीते हैं
और हर गोते की कलमन्दी में गिरकर भी लौटे हैं
ये वह लोग है जो अक्सर मुस्कराते रहते हैं
और चमड़े के होते मोटे हैं
कुछ ऐसे भी किरदार होते है
जो ना हॅसते हैं और ना रोते हैं
दुःख के सागर को अपने अंदर समेट कर ढोते हैं
जिंदगी के रंगमंच में
कुछ ऐसे भी किरदार होते है
कुछ अपने लिए होते हैं
कुछ अपनों के लिए होते हैं
पर कुछ खुद की परवाह ना करते हुए
केवल औरों के लिए बोते हैं
येही वो लोग हैं
जो जीवन को रंगों से संजोते हैं
कुछ लाचारी का पात्र होते हैं
जो रोते रोते अपने आप को खोते हैं
दुनिया पर बढ़ते बोझ के
यही जिम्मेदार होते हैं
कुछ संघर्षशील कुछ संतुष्ट
कुछ दार्शनिक कथाकार होते हैं
जो बहुत ही अद्भुत और मजेदार होते हैं
जो रोते रोते अपने आप को खोते हैं
दुनिया पर बढ़ते बोझ के
यही जिम्मेदार होते हैं
कुछ संघर्षशील कुछ संतुष्ट
कुछ दार्शनिक कथाकार होते हैं
जो बहुत ही अद्भुत और मजेदार होते हैं
जिंदगी को झेलने वालों के लिए
यहाँ बस गोते ही गोते हैं
जीवन की इस श्रंखला में
अधिकतर लोग सिर्फ सोते हैं
बहुत काम ही हैं जो वाकई में जीते हैं
और हर गोते की कलमन्दी में गिरकर भी लौटे हैं
ये वह लोग है जो अक्सर मुस्कराते रहते हैं
और चमड़े के होते मोटे हैं
इस रंगमंच के असली कलाकार यही होते हैं
जो लालच धूर्त मक्कारी से परे होकर
खुद पर हँस सकते है और औरों के लिए रोते हैं
जिंदगी के रंगमंच में
कुछ ऐसे भी किरदार होते है
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