Thursday, May 24, 2018

जिंदगी के रंगमंच

जिंदगी के रंगमंच में 
कुछ  ऐसे भी किरदार होते है 
जो ना हॅसते हैं और ना रोते हैं 
दुःख के सागर को अपने अंदर समेट कर ढोते हैं 
जिंदगी के रंगमंच में 
कुछ  ऐसे भी किरदार होते है 

कुछ अपने लिए होते हैं 
कुछ अपनों के लिए होते हैं 
पर कुछ खुद की परवाह ना करते हुए 
केवल औरों के लिए बोते हैं 
येही वो लोग हैं 
जो जीवन को रंगों से संजोते हैं 

कुछ लाचारी का पात्र होते हैं
जो रोते रोते अपने आप को खोते हैं
दुनिया पर बढ़ते बोझ के
यही जिम्मेदार होते हैं
कुछ संघर्षशील कुछ संतुष्ट
कुछ दार्शनिक कथाकार होते हैं
जो बहुत ही अद्भुत और मजेदार होते हैं 

जिंदगी को झेलने वालों के लिए 
यहाँ बस गोते ही गोते हैं 
जीवन की इस श्रंखला में 
अधिकतर लोग सिर्फ सोते हैं 
बहुत काम ही हैं जो वाकई में जीते हैं 
और हर गोते की कलमन्दी में गिरकर भी लौटे हैं 
ये वह लोग है जो अक्सर मुस्कराते रहते हैं 
और चमड़े के होते मोटे हैं 

इस रंगमंच के असली कलाकार यही  होते हैं 
जो लालच धूर्त मक्कारी से परे होकर
खुद पर हँस सकते  है और औरों के लिए रोते हैं 
जिंदगी के रंगमंच में 
कुछ  ऐसे भी किरदार होते है

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